Description
मौन , एक संवाद मौन रहकर किया तूने मैंने….
About Author
सन्तोष चौधरी
शिक्षा :
- एम.ए. (हिन्दी साहित्य), बी.एड,
जन्म :
- राजस्थान, नागौर जिले के गाँव शीलगाँव में दबंग पुलिस अधिकारी पिता श्री जयरामजी पिण्डेल के घर जन्म लेने वाली सन्तोष चौधरी को पढ़ाई के साथ-साथ साहित्य में सदा ही रुचि रही है साहित्य सृजन का विधिवत लेखन हालांकि उम्र के चौथे दशक बाद शुरू किया लेकिन तत्पश्चात् विभिन्न पत्र-पत्रिकाओं में हिन्दी और राजस्थानी दोनों भाषाओं में लगातार साहित्य-सृजन। आकाशवाणी और दूरदर्शन के साहित्यिक कार्यक्रमों में शिरकत ।
इस काव्य-संकलन के साथ ही राजस्थानी भाषा का पहला उपन्यास छपकर तैयार।
सम्मान/ पुरुस्कार :
- बख्तावरसिंह राजपुरोहित राजस्थानी कहानी प्रतियोगिता में द्वितीय स्थान मिलने पर 14 सितम्बर 2018 को राष्ट्रभाषा प्रचार समिति श्रीडूंगरगढ़ में आयोज्य कार्यक्रम में पुरस्कृत और सम्मानित।
- अपने स्वातः सुखाय हेतु लिखे लेखन को मित्रों और परिवार द्वारा मिलें प्रोत्साहन ने आज काव्य-संकलन का रूप प्राप्त कर लिया है। संवेदनशील नारी-मन की कोमल भावनाओं का उसके मौन और रेगिस्तान की माटी की सुगंध में ढूंढने का प्रयास भर ही।
Product information
Dimensions 21 ×13.5 × 0.75 cm
ISBN : 978-93-82311-28-7