Description
स्वतंत्रता आंदोलन के दरम्यान अनेक देशप्रेमियों ने देशभक्ति का परिचय दिया और देश की आजादी में महत्त्वपूर्ण भूमिका निभाई।
उमरकोट रियासत के रेगिस्तान भू-भाग, घाट में ऐसे एक शूरमा पैदा हुए, जिन्होंने अपना सम्पूर्ण जीवन देशहित में न्यौछावर कर दिया और घाट क्षेत्र में राष्ट्रीय चेतना उत्पन्न की।
ऐसे स्वनाम धन्य स्वतंत्रता सेनानी श्री तेजूराम जी को लेखक ने घाट के गाँधी' उपनाम से सम्मानित करके उनके व्यक्तित्व और कृतित्व को लेखबद्ध किया एवं नव पीढ़ी के लिए अध्ययन और शोध कार्य हेतु मार्ग प्रशस्त किया।
About Writer
डॉ. मेघाराम गढ़वीर
जन्म : 15 फरवरी, 1960
जन्म स्थान : गाँव अवड़ियार सिन्ध, पाकिस्तान
शिक्षा : एम.ए., एम. फिल., पीएच. डी.
- विश्वविद्यालय अनुदान आयोग से चार लघु शोध प्रबन्ध जैसलमेर राज्य का सामाजिक परिप्रेक्ष्य में अध्ययन, जेसलमेर राज्य के राजपूत अभिजात वर्ग का सामाजिक जीवन, थार के 'आदिवासियों का सामाजिक जीवन' और Political & Social Study of Dhat region पर कार्य किया। घाट पर शोध कार्य हेतु भारत सरकार ने लेखक को 28 सितम्बर 2012 से 10 अक्टूम्बर 2012 तक Foreign Travel Grant के तहत इण्डिया ऑफीस लाईब्रेरी, लन्दन (U.K.) भेजा, जहां इन्होंने गहन शोध कार्य किया और शोध सामग्री एकत्रित की।
- चंचल-प्राग मठ बाड़मेर, राजस्थान में राष्ट्रीय आन्दोलन, राजस्थान में पर्यटन : दशा और दिशा, जैसलमेर का सामाजिक इतिहास व अब्बा की बातें प्रकाशित हुई।
- आप शोध निदेशक पीएच.डी. है और अनेक शोधार्थी आपके मार्गदर्शन में शोध कार्य कर रहे हैं।
- राष्ट्रीय और अन्तर्राष्ट्रीय स्तर के सेमीनारों में लगभग 40 शोध-पत्रों का पत्र वाचन किया।
- राजस्थान इतिहास कांग्रेस और भारतीय इतिहास कांग्रेस के सक्रिय सदस्य। .
- थार इतिहास परिषद, बाड़मेर के संयोजक।
- हिन्दी, उर्दू, सिन्धी भाषाओं में कविता सृजन।
सम्प्रति :
डॉ. मेघाराम गढ़वीर जोधपुर (राज. )
एशोसिएट प्रोफेसर, इतिहास जय नारायण व्यास विश्वविद्यालय