Description
आँख हीयै रा हरियल सपना'। प्रकृति और मनुष्य रिश्ते यहाँ प्रगाढ़ हुए हैं। के लोकधर्मिता इनकी कविताओं का सहज स्वभाव है। डॉ. भाटी की कविताओं की खूबी यह है कि वे सहज, स्वाभाविक और स्वतःस्फूर्त हैं। विचार-खनिज और जीवन-द्रव इन्हें महत्त्वपूर्ण बनाते हैं। सघन संवेदना और प्रबुद्ध प्रतिबद्धता का योग इनकी कविताओं में खूब सधा है। भारतीय श्रेष्ठ काव्यपरंपरा का विकास यहाँ दिखाई देता है। धोरा धरती के इस हृदय-संवाद ।
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डॉ आईदानसिंह भाटी ने अपने जीवन मे आये उन व्यक्तित्वों के बारे में स्मृतियों के गवाक्ष खोले है , जिनसे इन्होंने अपने जीवन मे कुछ महत्वपूर्ण पाया। में लगभग तीन दशक से उनकी काव्य यात्रा का सहचर रहा हूँ और उनकी कविताओं का स्रोता भी ।