Description
इस पुस्तक में भाव और विचार के तल पर ''आईजी'' ने बाबा नागार्जुन से लेकर रामसिंह राठौड़ तक के सान्निध्य की आत्मिय धड़कने अपनी सवेंदनशील भाषा मे रची हैं। इन संस्मरणों से हमें उनके परिवेश और देशकाल की तो जानकारी होती ही है समाज और संस्कृति के आयाम भी उद्घाटित होते हैं।
''स्मृतियों के गवाक्ष'' में उन्होंने आलोचना पुरुष नामवरसिंह जी की बाड़मेर यात्रा का उल्लेख किया है, किसी समय बाबा नागार्जुन भी सिंध जाते समय बाड़मेर के रेलवे स्टेशन पर टहले हैं , इसे पढ़ते समय मुझे गर्वानुभूति होती है, क्योंकि उस रेलवे स्टेशन पर हमने भी चहल-कदमी की है। 'आम्रकुंजो से रेत के समंदर तक' में आईजी ने जिस साहित्यिक- यात्रा का उल्लेख किया है वह तो अभूतपूर्व है।
About Author
डॉ आईदानसिंह भाटी ने अपने जीवन मे आये उन व्यक्तित्वों के बारे में स्मृतियों के गवाक्ष खोले है , जिनसे इन्होंने अपने जीवन मे कुछ महत्वपूर्ण पाया। में लगभग तीन दशक से उनकी काव्य यात्रा का सहचर रहा हूँ और उनकी कविताओं का स्रोता भी ।
Product Information
ISBN - 9788194404064
Dimensions: 22 x 14 x 1 cm
Publisher : Royal Publication (2020)
Language: Hindi