Description
जसोल का इतिहास डा भंवरलाल भदानी "केवल राजस्थानी स्त्रोतों पर आधारित अपने आश्रितों के द्वारा लिखी गयी गौरव7गाथा के सुरो से गुंजायमान, क्षेत्रीय इतिहास के तौर पर लिखे राजस्थान मारवाड़ के ठिकानों के इतिहास-ग्रंथो से जसोल के इस इतिहास का स्वरूप् पूरी तरह से अलग है । राजस्थानी के साथ संस्कृत, फारसी और अंग्रेजी स्त्रोतो की निष्पक्ष समीक्षा के आधार पर प्रस्तुत यह लेखन अपने आपको क्षेत्र विशेष तक सीमित न रखे कर केन्द्रीय सत्ता तथा राजस्ािान की अन्य रियासतों के साथ जसोल के खट्टे मीठे सबंधों को प्रस्तुत करते हुए शासकोें की उपलब्धियां गिनाकर ही विराम नहीं लेता अपितु जसोल ठिकाने की कृषि व्यवस्था, अर्थव्यवस्था, जलस्त्रोत, यहां लगने वाले मेले और उनसे होने वाली आय, शासकों के विवाह संबंध, सतियों और महासतियों, मंदिरो के शिलालेखों आदि